Saturday, November 23, 2024

लोक पर्व इगास


दिवाली के 11 दिनों के बाद आज हमारे उत्तराखंड का लोक पर्व "इगास"धूमधाम से मनाया जा रहा है।इसे बड़ी दिवाली के रूप में भी मनाया जाता है। इस दिन सवेरे-सवेरे घरो में पूजा पाठ के बाद पकवान बनाये जाते हैं। रात में भेला (एक प्रकार की मशाल) जलाकर उसे चारो तरफ घुमाकर, ढोल , बीन,और नगाड़ों के साथ डांस होता है। मान्यता है कि भगवान राम जी की अयोध्या वापसी आने की जानकारी हमारे पहाड़ों में 11 दिनों के बाद मिली, इसलिए इसे दिवाली के 11 दिनों के बाद मनाते हैं।एक और मान्यता इस दिन हमारे उत्तराखंड के वीर सैनिक, "माधो सिंह भंडारी "जी अपने वीर सैनिकों के साथ तिब्बत से युद्ध जीत कर, वापसी आए थे, उनके आने की खुशी में गांव वालो ने,शानदार दिवाली मानकर उनका स्वागत किया था। ये लोग दिवाली के 11 दिन बाद वापस आए थे, तभी से ये लोक पर्व "इगास" मनाया जाता है।

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लेखक और पाठक

लेखक और पाठक  निरंतर लिखना भी एक चुनौती है। नित नूतन विचारों को पैदा करना, उन विचारों को शब्दों में पिरोना, फिर उन शब्दों को कवि...