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Saturday, November 30, 2024

प्रेरक पंक्तियां

• किसी को अपनी बातें समझाने के लिए,
 शब्दों की जरूरत नहीं,
 समझने वाले तो,इशारों में भी समझ जाते हैं.
•  जीवन भर ना समझ पाए की,जिंदगी क्या है?
 मौत की गोद में,लेटने से क्षण भर पहले,  पता चल गया.
 • असली हीरे की परख जौहरी को होती है,
 पर उस कोयले का क्या,जहां से हीरे निकलते हैं ?
 • इंसान की पेट की भूख तो, रोटी शांत कर देती है,
 पर दौलत की भूख,जीवन भर,कभी शांत नहीं होती.
 • किसी को गिराने के लिए ख़ुद गिरने की जरूरत नहीं,
 गिरने-गिराने वाले यहां, हर जगह मौजूद है,
 बस अपने, "हौसले" और, "कदम",थोड़े लंबे होने चाहिए.
• ढलने पर सूरज की किरणें कम हो जाती है,
 रात में चांद की,चांदनी बढ़ जाती है,
 जो इंसान बिकने के लिए तैयार बैठा हो उसका भाव कम हो जाता है,
 जो इंसान ना बिके,उसका भाव बढ़ जाता है,
 फिर वो बेशकीमती हो जाते हैं, 
 उनकी जगह फिर कुछ खास हो जाती है.
  • शेर को सर्कस में जरूर देखा होगा,
 पर किसी भेड़िए को नहीं,
 उनका नेतृत्व,और एकता ही,उन्हें दूसरों से अलग बनाती है .
• जिन्हें आज तुमको देने के लिए अपना वक्त नहीं है,
 उनके लिए बस एक ही मंत्र है,
 कामयाबी ऐसी पाओ की,फिर वह तुम्हारे वक्त के लिए तरस जाए.
  •  घनघोर आंधी तूफानों में भी डाल से जो फूल टूटा न था,
 अपनी सुगंध से जो सभी को,महकाता रहा था,
 हाय उसे क्या पता था,
 सूख जाने पर अपनी डाल ही,उसे नीचे गिरा देगी.



लेखक और पाठक

लेखक और पाठक  निरंतर लिखना भी एक चुनौती है। नित नूतन विचारों को पैदा करना, उन विचारों को शब्दों में पिरोना, फिर उन शब्दों को कवि...