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Wednesday, November 20, 2024

हमारा प्यारा उत्तराखंड

सुबह की भोर सा है, माँ की लोर सा है,
पवन के हिलोर सा है,रेगिस्तान में सुधा सा है,सुन्दरता में स्वर्ग सा है।
पवित्रता में माँ सीता सा है, गायो में कामधेनु सा है, माँ भारती के वीर सपूतों का है।
सबसे सुन्दर जिला चमोली यहाँ है, हिमालय के शीश पर बद्रीनाथ, केदारनाथ धाम यहाँ है,
सबकी रक्षा करने वाले गोयल, भूमियां बाबा, सैम देव यहां हैं।
तारकेश्वर, श्री कोटेश्वर, नीलकंठ महादेव, बिनसर यहाँ हैं,
माँ धारी देवी, माँ नंदा देवी, माँ ज्वालापा देवी यहाँ है।
नैनीताल, मसूरी, देहरादून, लेंस डाउन, कौसानी जैसे पर्यटन की जान यहाँ है,
फूलों की घाटी, ज़िम कॉर्बेट, राजा जी, नंदा देवी राष्ट्रीय उद्यान यहाँ है।
काफ, गहौत, चेंशु, बाड़ी,मशपंड, मूली,भांग, कंडाली का साग यह है,
पवित्र राम गंगा का जल,
नौला, पहाड़ों का शुद्ध जल,
पोखरो, गधारो, का उत्तम जल, यहीं है।
बाघ,सियार,हिरण,खरगोश,
तो भोटिया जैसा वफ़ादार यहाँ है,
तोते,कोयल,घुघुत,हैं तो,
अति सुन्दर मोनाल यहा हैं
ऐसा है हमारा प्यारा उत्तराखंड,
ऐसा है हमारा प्यारा उत्तराखंड।
जय देवभूमि.

लेखक और पाठक

लेखक और पाठक  निरंतर लिखना भी एक चुनौती है। नित नूतन विचारों को पैदा करना, उन विचारों को शब्दों में पिरोना, फिर उन शब्दों को कवि...