Thursday, January 16, 2025

एक नई आशा


एक नई आशा, नई है उमंग,
 नए-नए सपनों का सुंदर-सुंदर रंग,
 नई है तरंगे,नई पतंगों की डोर,
 खुला आसमान है और परिंदों का शोर।
 नए नए बगीचे हैं, नए-नए हैं फूल,
 कच्ची मिट्टी की खुशबू है,और रंग उड़ाती धूल,
 नया है माली, नये है बाग,
 कुछ कर गुजरने की दिलों में है आग।
 नए-नए गीत हैं,नया है संगीत,
 मधुर-मधुर स्वर हैं,प्यारे-प्यारे मनमीत,
 नए वाद्य है, नए यंत्र हैं,
 नया नृत्य है,जीत के नए मंत्र हैं।
 एक नई सुबह है, नई महक है,
 नई शाम है, चिड़ियों की नई चहक है,
 एक नया उजाला,जो है प्रकाश वाला,
 अंधेरों में भी खड़ा है विश्वास वाला।
 एक नया द्वंद है,नया युद्ध है,
 नया खून है,नया जोश है,
 नई चाले हैं,नए दाँव हैं,
 जीत के लिए करनी हमें धूप में छांँव है।
 इतिहास हमें नया बनाना होगा,
 नायक नये बनाने होंगे,
एक नव सृष्टि की रचना में,
 बलिदान कई बनाने होंगे।
 फूटेंगी जब नव कोपलें ज़मीन पर,
 सींचना होगा उन्हें,अपने पसीने की बहार पर,
 नव चेतना पैदा करनी होगी,
 हर सीने की उठती चीत्कार पर।
 युग पुरूष की राह देखता है यह संसार,
 संग सबको लेकर चले जो बार-बार,
 विचारों की अग्नि को प्रज्वलित कर,
 मिटा दे जो घनघोर अंधकार,
 हे मानव तुम खड़े हो,बुराइयों का करो प्रतिकार।
 आज विश्व को जरूरत है,एक विश्व गुरु की,
 बुराईयों का नाश करके,शांति की स्थापना की,
 मानवता की रक्षा करने के लिये,
 शांति सौहार्द बनाने के लिये,
 उन्नति और तरक्की के लिये,
 नवजीवन को बचाने के लिये।







लेखक और पाठक

लेखक और पाठक  निरंतर लिखना भी एक चुनौती है। नित नूतन विचारों को पैदा करना, उन विचारों को शब्दों में पिरोना, फिर उन शब्दों को कवि...